Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2023 · 1 min read

*तुम्हारे साथ में क्या खूब,अपनी इन दिनों यारी (भक्ति गीत)*

तुम्हारे साथ में क्या खूब,अपनी इन दिनों यारी (भक्ति गीत)
■■■■■■■■■■■■■■■
तुम्हारे साथ में क्या खूब, अपनी इन दिनों यारी
(1)
जरा कुछ पास में बैठो, न मैं बोलूँ न तुम बोलो
मुँदी हो आँख दोनों की, न मैं खोलूँ न तुम खोलो
समय को बीतने देना, न करना कोई तैयारी
(2)
बिना संस्पर्श के जैसे, मैं तुमको छू रहा होता
पता आने का चलता है, नशा जैसे बहा होता
बड़े ताज्जुब की बातें हैं, न कोई शक्ल तुम्हारी
( 3 )
चले आते हो तो जैसे, सभी कुछ मिल गया मानो
तुम्हारा साथ लगता है, हमेशा कुछ नया मानो
मुलाकातें हैं शायद यह, हजारों साल से जारी
तुम्हारे साथ में क्या खूब अपनी इन दिनों यारी
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

115 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
राष्ट्रभाषा
राष्ट्रभाषा
Prakash Chandra
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
कहानी इश्क़ की
कहानी इश्क़ की
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बस मुझे महसूस करे
बस मुझे महसूस करे
Pratibha Pandey
हे चाणक्य चले आओ
हे चाणक्य चले आओ
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
आपको डुबाने के लिए दुनियां में,
आपको डुबाने के लिए दुनियां में,
नेताम आर सी
मुझे पता है।
मुझे पता है।
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
*हिंदी मेरे देश की जुबान है*
*हिंदी मेरे देश की जुबान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
तू दूरबीन से न कभी ढूँढ ख़ामियाँ
Johnny Ahmed 'क़ैस'
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
बुरे फँसे टिकट माँगकर (हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
बेटी से प्यार करो
बेटी से प्यार करो
Neeraj Agarwal
कविता ....
कविता ....
sushil sarna
सत्य तो सीधा है, सरल है
सत्य तो सीधा है, सरल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
Kshma Urmila
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
हसीब सोज़... बस याद बाक़ी है
हसीब सोज़... बस याद बाक़ी है
अरशद रसूल बदायूंनी
जैसी नीयत, वैसी बरकत! ये सिर्फ एक लोकोक्ति ही नहीं है, ब्रह्
जैसी नीयत, वैसी बरकत! ये सिर्फ एक लोकोक्ति ही नहीं है, ब्रह्
विमला महरिया मौज
"बोली-दिल से होली"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
जिंदगी बेहद रंगीन है और कुदरत का करिश्मा देखिए लोग भी रंग बद
Rekha khichi
याद करेगा कौन फिर, मर जाने के बाद
याद करेगा कौन फिर, मर जाने के बाद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
POWER
POWER
Satbir Singh Sidhu
"दिल का हाल सुने दिल वाला"
Pushpraj Anant
💐प्रेम कौतुक-346💐
💐प्रेम कौतुक-346💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
" है वही सुरमा इस जग में ।
Shubham Pandey (S P)
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
Bundeli Doha pratiyogita-149th -kujane
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ख्वाहिशों की ज़िंदगी है।
ख्वाहिशों की ज़िंदगी है।
Taj Mohammad
*खुशियों की सौगात*
*खुशियों की सौगात*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
रिश्ता
रिश्ता
Dr fauzia Naseem shad
कैसे भूल सकता हूँ मैं वह
कैसे भूल सकता हूँ मैं वह
gurudeenverma198
Loading...