तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
और तुम्हीं से तो रात होती है मेरी,
तुम हो तो जिंदगी जिंदगी है वरना
ये जिंदगी भी गहन अंधकार है मेरी।
संजय
11.05.2023
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
और तुम्हीं से तो रात होती है मेरी,
तुम हो तो जिंदगी जिंदगी है वरना
ये जिंदगी भी गहन अंधकार है मेरी।
संजय
11.05.2023