तारीफ
क्षणिकाएं / हंसिकाएं
तारीफ
किसी प्रेमिका की तारीफ
आजकल कुछ यूं हो रहे हैं,
हर तरफ ‘माया’ ही ‘माया’ है
थोड़ा खोकर
कैसा सुन्दर तन पाया है।
निर्णय
अगर नेता तुरन्त निर्णय ले तो
समझें निर्माण संभव नहीं
और निर्णय लेने में देर हो तो
यह नेताओं की हार है।
प्रदूषण
प्रेमी की बाहों में पिघल रही
प्रेमिका को देखकर मुझे लगा
जैसे प्रदूषण के बीच
मोरनी कांप रही है
उसकी बाहों में सिमटी
उसे नाप रही है।
खत
आपका खत कल आ गया सनम
डाकिए के हाथों मैं पा गया सनम
फूल मुरझा गए हैं उसमें से मगर
सिगरेट जलाने के काम
खत आ गया सनम।
रिश्ते
प्यार में
ऐसे भी रिश्ते निभाने पड़ते हैं
कभी गदहे को बाप
तो कभी बाप को गदहा
बनाने पड़ते हैं।
उम्र
जब छोटी उम्र में
घर से लड़की विदा होती है
तब ससुराल में लड़कों पर
फिदा होती है।
सेक्स
एक कवि सुना रहा था –
सेक्स के बिना सब कुछ
अधूरा दिखाई देता है।
तभी एक श्रोता बोला –
तुम्हारा दिमाग अब
कूड़ा दिखाई देता है।
गीत
कभी बाढ़, कभी सूखा
लोग गाने लगें
चुनाव में विपक्षी का
साथ निभाने लगें।
तस्वीर
एक छात्रा चिल्लाकर बोली –
अश्लीलता कहां है बताओ ?
मैंने कहा – तुम पहले
अपनी तस्वीर देखकर आओ।
नाम
जंगल का राजा शेर
चिल्लाया –
मेरा नाम घोटाला में
कहां से आया।
घोटाला
एक नेता ने कहा
यह है मेरा साला
वोटर बोला –
यहां भी है घोटाला।
खेल
पिछली सरकार का खेल
इस सरकार में भिजवा रहा जेल।
नववर्ष
नववर्ष लाया है
घोटाला-उपहार संग
सारे नेताओं के अब
धुल रहे हैं रंग।
प्रसाद
चुनाव के समय
मां विन्ध्यवासिनी के चरणों में जाकर
नेताजी प्रसाद चढ़ाएं।
अब घोटालों का प्रसाद
जाकर जेल में खाएं।।
पैरोडी
एक लड़का बोला –
तुम नहीं आते तो हम मर जाते …!
लड़की – बातों से बात न बनेगी
पहले मरकर दिखाना होगा
और अगर तुम बच जाओ
तो सैण्डिल खाना होगा।
वर्षा
वर्षा रानी
जरा थम के बरसो
जब वह चली आए
तो फिर जम के बरसो।
मोटापा
तेरा मोटापा देख मुझे हंसी नहीं
रूलाई आती है
कहीं तुझसे टकराकर
मेरा मकान ढह न जाए।