तारीख कह रही है,दो दो, दो,दो हजार दो दो, जवाब दो
तारीख दो दो,दो,दो हजार दो दो
बीसवीं सदी के बाइस साल हो गए
स्वतंत्रता को पचहत्तर पूरे हो गए
जो कसमें वादे किए थे, कितने पूरे हो गए
कितने अधूरे रह गए, जवाब दो
तारीख कह रही है,दो दो, दो
दो हजार दो दो, जवाब दो दो
आप सत्ता में आते जाते रहते हैं
नित नई बातें गढ़ते रहते हैं
तब आप कहां थे, अब कहां हैं?
उजाले की राह देख रहा,जनगण कहां है?
दो दो, दो, जवाब दो हजार दो दो
सुरेश कुमार चतुर्वेदी