तस्वीर
जब तुम पास होती हो
खामोश रहती हो
नज़रें मिलते ही अपनी
नज़रें झुका लेती हो
पर तुम्हारी तस्वीर
बहुत बोलती है
राज तुम्हारे दिल के
सभी खोलती है
आज तुम अपनी ही
तस्वीर बन जाओ
हाल मेरा सुनो कुछ
अपना भी सुनाओ
मैं भी तस्वीर बन झाकूँगा
तुम्हारी आँखों मे
भूल दुनिया खो जाऊंगा
उन मासूम बातों में
हमें बिछड़ ही जाना है
आज नहीं तो कल
जी सकूं साथ जिनके दे दो
मुझे वो अनमोल पल
डॉ अर्चना गुप्ता