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10 Aug 2023 · 1 min read

तलाशती रहती हैं

तलाशती रहती हैं
मेरी नज़रें तुझे हर लम्हा
लौट आते हैं मेरी यादों के ख़त
तेरी चौखट से टकरा कर
एक तू है,
जिसका पता भी नहीं मिलता

हिमांशु Kulshreshtha

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