तरुवर (कुंडलिया)
तरुवर (कुंडलिया)
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नीला नभ पर्वत महा ,तरुवर तुम्हें प्रणाम
झीलें झरने बह रहीं , सरिताएँ अभिराम
सरिताएँ अभिराम ,जगत का रूप सुहाना
तारे चंदा सूर्य , रोज गाते हैं गाना
कहते रवि कविराय , फूल का रंग नशीला
पीला हरा सफेद , लाल नारंगी नीला
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451
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तरुवर= उत्तम या बड़ा वृक्ष ,पेड़