तरक्कीपसंद शायरी
ऐ भारत के मेहनतकशों,
अब एक हो जाओ!
फ़ैसले का वक़्त है यही
सचेत हो जाओ!!
ज़ुल्म और नाइंसाफी के
निज़ाम के लिए!
तुम इंकलाब के जिंदा
संदेश हो जाओ!!
Shekhar Chandra Mitra
ऐ भारत के मेहनतकशों,
अब एक हो जाओ!
फ़ैसले का वक़्त है यही
सचेत हो जाओ!!
ज़ुल्म और नाइंसाफी के
निज़ाम के लिए!
तुम इंकलाब के जिंदा
संदेश हो जाओ!!
Shekhar Chandra Mitra