तत्क्षण
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डॉ अरूण कुमार शास्त्री
तत्क्ष्ण
भगवान से ज्यादा मैं किसी को मानता नहीं।
बैठ समुद्र के किनारे मैं डींग हांकता नहीं ।
कुदरत है कुदरत से ही सब लोग सीखते हैं यहां।
माँ के पेट से सीख कर जो आये वो लंबी उम्र पाता नहीं।
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
तत्क्ष्ण
भगवान से ज्यादा मैं किसी को मानता नहीं।
बैठ समुद्र के किनारे मैं डींग हांकता नहीं ।
कुदरत है कुदरत से ही सब लोग सीखते हैं यहां।
माँ के पेट से सीख कर जो आये वो लंबी उम्र पाता नहीं।