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22 Jun 2024 · 1 min read

तत्क्षण

डॉ अरूण कुमार शास्त्री

तत्क्ष्ण

भगवान से ज्यादा मैं किसी को मानता नहीं।
बैठ समुद्र के किनारे मैं डींग हांकता नहीं ।
कुदरत है कुदरत से ही सब लोग सीखते हैं यहां।
माँ के पेट से सीख कर जो आये वो लंबी उम्र पाता नहीं।

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