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16 Dec 2020 · 1 min read

तज के अपने अहंकार को

तज के अपने अहंकार को
आवाज दो उस झंकार को

बिन जिसके महल खंडर हुआ
पुकार लो उस दिलदार को

शम्स को गर कैद करोगे
फिर तिमिर से गिला क्या
गुनगुनाते सहर के लिए
खोल दो बन्द हृदय द्वार को

~सिद्धार्थ

Language: Hindi
5 Likes · 1 Comment · 639 Views
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