Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2022 · 1 min read

त’अम्मुल(पशोपेश)

सरगर्मी -ए- फिज़ा में ज़ेहनी -कशमकश जारी है ,
हर शख़्स बेचैन है, एहसास -ए- जुनूँ तारी है,
बाहम गुफ़्तगू में मसअलों पर मशवरे भारी हैं,
अजीब हालात है , अजब सी बेजारी है ,
हर शख़्स की सोच अलग, अंदाज़ -ए-, बयाँ जुदा-जुदा ,
हर नज़रिया अलग, हर फ़लसफ़ा अलाहिदा,
कुछ समझ में नहीं आता ! गर्दिश -ए- दौरा का
ये रुख़ क्या है ?
ये दानिश-मंदों की जमात है ? या अहम़कों का ये जमघट है ?

Language: Hindi
1 Like · 209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
घमण्ड बता देता है पैसा कितना है
Ranjeet kumar patre
// जनक छन्द //
// जनक छन्द //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*देव हमें दो शक्ति नहीं ज्वर, हमें हराने पाऍं (हिंदी गजल)*
*देव हमें दो शक्ति नहीं ज्वर, हमें हराने पाऍं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
कितना भी  कर लो जतन
कितना भी कर लो जतन
Paras Nath Jha
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
तृष्णा के अम्बर यहाँ,
sushil sarna
बहुत असमंजस में हूँ मैं
बहुत असमंजस में हूँ मैं
gurudeenverma198
कहाँ लिखता है
कहाँ लिखता है
Mahendra Narayan
अनादि
अनादि
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
फीका त्योहार !
फीका त्योहार !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
"इमली"
Dr. Kishan tandon kranti
हिंदी दिवस पर राष्ट्राभिनंदन
हिंदी दिवस पर राष्ट्राभिनंदन
Seema gupta,Alwar
खुद्दारी ( लघुकथा)
खुद्दारी ( लघुकथा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बेचारे नेता
बेचारे नेता
दुष्यन्त 'बाबा'
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
एक सशक्त लघुकथाकार : लोककवि रामचरन गुप्त
एक सशक्त लघुकथाकार : लोककवि रामचरन गुप्त
कवि रमेशराज
भोले नाथ है हमारे,
भोले नाथ है हमारे,
manjula chauhan
मैं  गुल  बना  गुलशन  बना  गुलफाम   बना
मैं गुल बना गुलशन बना गुलफाम बना
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
राम राज्य
राम राज्य
Shriyansh Gupta
याराना
याराना
Skanda Joshi
खिलौनो से दूर तक
खिलौनो से दूर तक
Dr fauzia Naseem shad
■ कमाल है साहब!!
■ कमाल है साहब!!
*Author प्रणय प्रभात*
हिदायत
हिदायत
Bodhisatva kastooriya
"Sometimes happiness and peace come when you lose something.
पूर्वार्थ
चालें बहुत शतरंज की
चालें बहुत शतरंज की
surenderpal vaidya
सुनो द्रोणाचार्य / MUSAFIR BAITHA
सुनो द्रोणाचार्य / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
बच कर रहता था मैं निगाहों से
बच कर रहता था मैं निगाहों से
Shakil Alam
सारा दिन गुजर जाता है खुद को समेटने में,
सारा दिन गुजर जाता है खुद को समेटने में,
शेखर सिंह
करवा चौथ
करवा चौथ
नवीन जोशी 'नवल'
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30  न
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30 न
Shashi kala vyas
फितरत,,,
फितरत,,,
Bindravn rai Saral
Loading...