डुगडुगी बजती रही ….
डुगडुगी बजती रही ……..
चिलचिलाती धूप
तालियों का शोर
करतब दिखाती बच्ची
गिर पड़ी
रस्सी से
सिक्के उछले
बेहोशी को तमाशबीन
करतब समझे
दो रोटी के संघर्ष में
बच्ची तड़पती रही
लोग तालियाँ बजाते रहे
बच्ची
साँसों से संघर्ष करती रही
जिन्दगी के मचान पर
डुगडुगी बजती रही
सुशील सरना /6-2-24