*डंका बजता योग का, दुनिया हुई निहाल (कुंडलिया)*
डंका बजता योग का, दुनिया हुई निहाल (कुंडलिया)
—————————————-
डंका बजता योग का ,दुनिया हुई निहाल
भारत के शुभ ज्ञान से ,मनुज-जाति खुशहाल
मनुज-जाति खुशहाल,रोग-भय दूर भगाता
सॉंसों का उल्लास ,देह पर छा-छा जाता
कहते रवि कविराय ,करो मत किंचित शंका
नमन हिंद का योग ,नमन भारत का डंका
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 1545 1