“जो लोग
“जो लोग
दुनिया की अदालत में
ख़ुद को ख़ुद ही
कठघरे में खड़ा अपराधी
मानते हों,
उन भयग्रस्तों का
गूंगापन ही अच्छा है।”
★प्रणय प्रभात★
“जो लोग
दुनिया की अदालत में
ख़ुद को ख़ुद ही
कठघरे में खड़ा अपराधी
मानते हों,
उन भयग्रस्तों का
गूंगापन ही अच्छा है।”
★प्रणय प्रभात★