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5 Jun 2022 · 1 min read

जैसे कभी न मेघ बने…

जैसे कभी न मेघ बने भाप के बिना,
सूरज की कोई साख नहीं ताप के बिना।
तन्हा मुझे न छोड़ के यूँ दूर जाइये,
मेरा भी कोई मोल नहीं आप के बिना।

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 02/06/2022

Language: Hindi
172 Views
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