Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2018 · 1 min read

जुद़ा किनारे हो गये

वेपर्द़ा नशी गलियों के पर्द़ा हो गये ,
मतलब की गरज़ से हमारे हो गये ।
जग यार बने यारी की दम दे गये ,
वक्त पर नदी के किनारे हो गये ।
लुभाया चाँद-सितारों का सपना दिखा,
मक़ाम आया तो जुदा किनारे हो गये ।
कारवां बढ़ता रहा हाथों को थामके ,
कितने दूर पलक़ के तारे हो गये ।
फस़ले ब़हार क्यूँ रूठी है चमन से ,
मुंह के निव़ाले अब नियारे हो गये ।
————————————————-
शेख जाफर खान

8 Likes · 4 Comments · 452 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
शायद मेरी क़िस्मत में ही लिक्खा था ठोकर खाना
Shweta Soni
मंजिल यू‌ँ ही नहीं मिल जाती,
मंजिल यू‌ँ ही नहीं मिल जाती,
Yogendra Chaturwedi
श्री नेता चालीसा (एक व्यंग्य बाण)
श्री नेता चालीसा (एक व्यंग्य बाण)
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*चांद नहीं मेरा महबूब*
*चांद नहीं मेरा महबूब*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
आत्म  चिंतन करो दोस्तों,देश का नेता अच्छा हो
आत्म चिंतन करो दोस्तों,देश का नेता अच्छा हो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सावन
सावन
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मेरी गोद में सो जाओ
मेरी गोद में सो जाओ
Buddha Prakash
हम मुहब्बत कर रहे थे........
हम मुहब्बत कर रहे थे........
shabina. Naaz
2600.पूर्णिका
2600.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
पहाड़ चढ़ना भी उतना ही कठिन होता है जितना कि पहाड़ तोड़ना ठीक उस
Dr. Man Mohan Krishna
लगाओ पता इसमें दोष है किसका
लगाओ पता इसमें दोष है किसका
gurudeenverma198
तिरंगा
तिरंगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जन्माष्टमी विशेष
जन्माष्टमी विशेष
Pratibha Kumari
नई सुबह नव वर्ष की
नई सुबह नव वर्ष की
जगदीश लववंशी
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
Phool gufran
शब्द
शब्द
Madhavi Srivastava
नव वर्ष हैप्पी वाला
नव वर्ष हैप्पी वाला
Satish Srijan
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
कुछ
कुछ
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का उपाय
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का उपाय
Shekhar Chandra Mitra
जिंदगी जब जब हमें
जिंदगी जब जब हमें
ruby kumari
■ मुक्तक और कटाक्ष...
■ मुक्तक और कटाक्ष...
*Author प्रणय प्रभात*
पंडित मदनमोहन मालवीय
पंडित मदनमोहन मालवीय
नूरफातिमा खातून नूरी
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
VEDANTA PATEL
मन की आंखें
मन की आंखें
Mahender Singh Manu
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
सजधज कर आती नई , दुल्हन एक समान(कुंडलिया)
Ravi Prakash
अक्ल का अंधा - सूरत सीरत
अक्ल का अंधा - सूरत सीरत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बसंत का मौसम
बसंत का मौसम
Awadhesh Kumar Singh
हाय गरीबी जुल्म न कर
हाय गरीबी जुल्म न कर
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...