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16 May 2024 · 1 min read

जुझअ ता गरीबी से बिहार

का कइलअ तू हमनी खातिर
जनता इहे पूछअ ता
जुझअता गरीबी से बिहार
तहरा प्यार सुझअता…
(१)
देश के संसाधन सगरी
पूंजीवादी लूटअता
जुझअता गरीबी से बिहार
तहरा प्यार सुझअता…
(२)
मंदिर औरी मस्जिद के
खेला नाहीं रूकअता
जुझअता गरीबी से बिहार
तहरा प्यार सुझअता…
(३)
जल रहल बा रोम तहके
बंशी कइसे रूचअता
जुझअता गरीबी से बिहार
तहरा प्यार सुझअता…
(४)
फूटो ना कहीं ज्वालामुखी
सभे माहूर घोंटअता
जुझअता गरीबी से बिहार
तहरा प्यार सुझअता…
(५)
भोजपुरी अश्लील भाषा अब
बच्चा-बच्चा बुझअता
जुझअता गरीबी से बिहार
तहरा प्यार सुझअता…
#Lyricist
Shekhar Chandra Mitra
#चुनावी_गीत #विपक्ष #महंगाई
#geetkar #चुनाव #बेरोजगारी
#बेकारी #भूखमरी #अपराधीकरण
#भोजपुरी_गीतकार #जनवादी_कवि
#पुनर्रचना #पैरोडी #parody #व्यंग्य

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