Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2022 · 1 min read

जी हाँ, मैं

रचना चाहता हूँ मैं,
एक ऐतिहासिक पवित्र दर्शन,
गौरवान्वित एक सत्य,
अकंलक एक प्रतिष्ठा,
अपनी नई रचना में।

महकाना चाहता हूँ मैं,
एक फूल मेरी वाटिका में,
तरु की तरह सींचकर,
अपने खून-पसीने से,
अपने इस जीवन में।

दिलाना चाहता हूँ मैं,
उसको इज्जत और कीर्ति,
महानुभावों एवं सन्तों से,
सृष्टि के सृजनकर्ता से,
हर महफ़िल- सभा में।

बैठाना चाहता हूँ मैं,
उसको अपनी पलकों पर,
मोहब्बत की मूरत बनाकर,
एक स्वच्छ निर्मल बिम्ब स्वरूप,
सुसंस्कृत सभ्य स्त्री के रूप में।

इस जमीं पर उसको,
एक अमर कृति के रूप में,
वर्तमान में और भविष्य के लिए,
अमर करना चाहता हूँ मैं,
अपनी लेखनी से उसको,
जी हाँ, मैं।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)
मोबाईल नम्बर- 9571070847

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 336 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नई शुरुआत
नई शुरुआत
Neeraj Agarwal
सागर ने भी नदी को बुलाया
सागर ने भी नदी को बुलाया
Anil Mishra Prahari
विपत्ति आपके कमजोर होने का इंतजार करती है।
विपत्ति आपके कमजोर होने का इंतजार करती है।
Paras Nath Jha
🌹 वधु बनके🌹
🌹 वधु बनके🌹
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
हनुमान जयंती
हनुमान जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आरुष का गिटार
आरुष का गिटार
shivanshi2011
अनुभव एक ताबीज है
अनुभव एक ताबीज है
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"उम्र जब अल्हड़ थी तब
*Author प्रणय प्रभात*
नज़ाकत को शराफ़त से हरा दो तो तुम्हें जानें
नज़ाकत को शराफ़त से हरा दो तो तुम्हें जानें
आर.एस. 'प्रीतम'
नदी की बूंद
नदी की बूंद
Sanjay ' शून्य'
दिवाली त्योहार का महत्व
दिवाली त्योहार का महत्व
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/133.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
साहब कहता वेट घटाओ
साहब कहता वेट घटाओ
Satish Srijan
कुछ परछाईयाँ चेहरों से, ज़्यादा डरावनी होती हैं।
कुछ परछाईयाँ चेहरों से, ज़्यादा डरावनी होती हैं।
Manisha Manjari
💐प्रेम कौतुक-469💐
💐प्रेम कौतुक-469💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बेटी एक स्वर्ग परी सी
बेटी एक स्वर्ग परी सी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गीत
गीत
Mahendra Narayan
मेरा जीने का तरीका
मेरा जीने का तरीका
पूर्वार्थ
Forget and Forgive Solve Many Problems
Forget and Forgive Solve Many Problems
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
जिंदगी झंड है,
जिंदगी झंड है,
कार्तिक नितिन शर्मा
जीत मनु-विधान की / MUSAFIR BAITHA
जीत मनु-विधान की / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*पाए कर्जे में पड़े, धन्नासेठ अपार (कुंडलिया)*
*पाए कर्जे में पड़े, धन्नासेठ अपार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
राधा कृष्ण होली भजन
राधा कृष्ण होली भजन
Khaimsingh Saini
सुविचार..
सुविचार..
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"बोली-दिल से होली"
Dr. Kishan tandon kranti
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हे राम !
हे राम !
Ghanshyam Poddar
जन जन फिर से तैयार खड़ा कर रहा राम की पहुनाई।
जन जन फिर से तैयार खड़ा कर रहा राम की पहुनाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तारीख़ के बनने तक
तारीख़ के बनने तक
Dr fauzia Naseem shad
छोटी-छोटी खुशियों से
छोटी-छोटी खुशियों से
Harminder Kaur
Loading...