जीत
कभी जीत कर भी हारता है आदमी,
जीतता नहीं जिताता भी है आदमी।
हार व जीत दिलों का खेल होता है,
कभी हार कर भी जीतता है आदमी ।।
“दो गज दूरी — मास्क है जरूरी”
(कवि- डॉ शिवलहरी)
कभी जीत कर भी हारता है आदमी,
जीतता नहीं जिताता भी है आदमी।
हार व जीत दिलों का खेल होता है,
कभी हार कर भी जीतता है आदमी ।।
“दो गज दूरी — मास्क है जरूरी”
(कवि- डॉ शिवलहरी)