जिंदगी के फ़साने
(1)
ज़िन्दगी के फ़साने
हा तुझे सारे के सारे हैं बताने
दूर रहने लगी हो जैसे हम हैं
कोई अंजाने…
(2)
ऐसा भी नही था कि तुम
इस दिल की बात न जाने
हसीं सफ़र और खूबसूरत पल
के वो अफ़साने
(3)
रातो को ख़्वाब में रोज आती हो
वो ख़्वाब लगे लुभावने
मेरे लिए तुम ही सब कुछ हो
शायद तेरी नज़रो में है बेगाने
(4)
जिंदगी के फ़साने
न समझे न ही जाने
सितमगर बरसा कर
इस दिल को लगे तड़पाने
(5)
न रुकी वो इश्क़ की हवा
रुख से होकर गुजरती गई
जुदाई का दर्द दिल को होता गया
लगे है पागल दिल को समझाने
(6)
छोटी छोटी बातों को दिल से लगाकर
लगी थी वो अब बड़ा बनाने
हमे तो सिर्फ दिल ही दिया था
यार जैसे सिर्फ मानो आजमाने
(7)
हुई थी जब बात तुमसे आमने सामने
तो लगे थे बात बनाने
इस मोहब्ब्त को नया आकार देगे
इसलिए तो लगे है तराशने
(8)
कहा हुई गलती हमसे
लगे तलाशने
वो लगी है गिराने प्यार
के शामियाने
(9)
मोहब्ब्त के रंग में भीग
गाते प्यार के तराने
हो गई जुदा हमसे
अब अंधेरे है वीराने
(10)
क्यू लगी थी तुम आजमाने
प्यार नही था तो कहती
दूर जाने के लिए तो न
बनाती बहाने
© प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)