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18 Mar 2022 · 1 min read

जाल अपनी मुहब्बत का

जाल अपनी मुहब्बत का , बिछाया है उसने मुझ पर
क्या खूब नशा छाया है, उसकी मुहब्बत का मुझ पर

न दिन को चैन , न ही रात को नींद का आलम
क्या अजब खुमार छाया है, उसकी मुहब्बत का मुझ पर |

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 230 Views
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