Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2021 · 1 min read

जात-जात में जात

जात-जात में
जात इहां
पात-पात में
पात इहां…
कुछ मत बोलअ
कुछ मत लिखअ
बात-बात में
बात इहां…
आगे-पीछे
देखके चलअ
डेग-डेग पर
घात इहां…
देश के
बदहाली में
सोचअ केकर
हाथ इहां…
पत्थर के तअ
फूल मिलेला
बाकिर प्रेमी के
लात इहां…
बुतले जाता
आश के दीया
बढ़ले जाता
रात इहां…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#AmbedkarMovement
#OshoVision

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
218 Views

You may also like these posts

इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
इस तरह क्या दिन फिरेंगे....
डॉ.सीमा अग्रवाल
लाखों रावण पहुंच गए हैं,
लाखों रावण पहुंच गए हैं,
Pramila sultan
बाकी है
बाकी है
Arvind trivedi
हरियाणवी
हरियाणवी
Ashwani Kumar Jaiswal
मुंह पर शहद और पीठ पर खंजर
मुंह पर शहद और पीठ पर खंजर
Rekha khichi
वक्त जब उचित न हो तो , वक्त के अनुरूप चलना ही उचित होता है,
वक्त जब उचित न हो तो , वक्त के अनुरूप चलना ही उचित होता है,
Sakshi Singh
जीवन से अज्ञानता का अंधेरा मिटाते हैं
जीवन से अज्ञानता का अंधेरा मिटाते हैं
Trishika S Dhara
Lucky Number Seven!
Lucky Number Seven!
R. H. SRIDEVI
व्याकरण पढ़े,
व्याकरण पढ़े,
Dr. Vaishali Verma
एहसास कभी ख़त्म नही होते ,
एहसास कभी ख़त्म नही होते ,
शेखर सिंह
नृत्य से बड़ा कोई योग नही।
नृत्य से बड़ा कोई योग नही।
Rj Anand Prajapati
इक चमन छोड़ आये वतन के लिए
इक चमन छोड़ आये वतन के लिए
Mahesh Tiwari 'Ayan'
जिंदगी जियो
जिंदगी जियो
Deepali Kalra
कविता
कविता
Rambali Mishra
किरन्दुल
किरन्दुल
Dr. Kishan tandon kranti
पत्रकार की कलम देख डरे
पत्रकार की कलम देख डरे
Neeraj Mishra " नीर "
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
दूब घास गणपति
दूब घास गणपति
Neelam Sharma
👉 प्रभात की बात :--
👉 प्रभात की बात :--
*प्रणय*
सूखते ही ख़्याल की डाली ,
सूखते ही ख़्याल की डाली ,
Dr fauzia Naseem shad
मिथिलाक बेटी
मिथिलाक बेटी
श्रीहर्ष आचार्य
बॉटल
बॉटल
GOVIND UIKEY
जितनी स्त्री रो लेती है और हल्की हो जाती है उतना ही पुरुष भी
जितनी स्त्री रो लेती है और हल्की हो जाती है उतना ही पुरुष भी
पूर्वार्थ
तुम्हारा पहला पहला प्यार
तुम्हारा पहला पहला प्यार
Akash Agam
जहाँ शिव वहाँ शक्ति'
जहाँ शिव वहाँ शक्ति'
सुशील भारती
3926.💐 *पूर्णिका* 💐
3926.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*तू ही  पूजा  तू ही खुदा*
*तू ही पूजा तू ही खुदा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
पुनर्मिलन
पुनर्मिलन
Sagar Yadav Zakhmi
यूँ तो...
यूँ तो...
हिमांशु Kulshrestha
शीर्षक-तुम मेरे सावन
शीर्षक-तुम मेरे सावन
Sushma Singh
Loading...