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4 Jan 2023 · 1 min read

ज़िंदगी हाथ से

थाम पाया न जिसका
कोई मुख़्तसर लम्हा ।
ज़िंदगी हाथ से झड़ती
रेत हो जैसे ॥

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 180 Views
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