Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2022 · 2 min read

ज़िंदगी क्या है ?

ज़िन्दगी क्या है ? यह सवाल ऐसा है जिसका जवाब सभी अपनी ज़िन्दगी के तजुर्बों और हालात के मुताबिक़ देते हैं, किसी का नज़रिया ज़िन्दगी को लेकर बहुत अच्छा होता है तो किसी का बहुत बुरा, बहरहाल यहाँ हम ये समझने का प्रयास करेंगे कि आखिर ज़िन्दगी क्या है ? एक खूबसूरत एहसास या मुख़्तसर सांसों के साथ मौत के आगोश में समा जाने वाली ऐसी कड़वी हकीक़त जिसे आज तक कोई झुठला नहीं सका है, सच भी जहाँ ज़िन्दगी है वहां मौत भी अपनी पूरी सच्चाई के साथ खड़ी नज़र आती है और यह ज़िन्दगी का हौसला ही होता है कि वो मौत की सच्चाई समझते हुए भी ज़िन्दगी जीना नहीं छोड़ती, ज़िन्दगी और मौत के बीच का यह फासला कभी बहुत लम्बा तो कभी बहुत मुख़्तसर होता है जब तक ज़िन्दगी समझ में आती है तब तक मौत अपनी आगोश में भर चुकी होती है, इसलिए बहुत आवश्यक है कि हम अपनी ज़िन्दगी को इस तरह जियें कि दूसरों के लिए मिसाल बन जाएं केवल सांसों के चलने मात्र को तो ज़िन्दगी नहीं कहा जा सकता ,इसके लिए इस ज़िन्दगी को समझना उसका सम्मान करना बहुत आवश्यक है, जो लोग ज़िन्दगी के महत्व को समझते हैं उसका सम्मान करते हैं वो सफलता का प्रतीक बन जाते हैं ऐसे लोग किसी परिचय के मोहताज नहीं होते,यह बात और है कि ऐसे लोगों की तादाद बहुत कम है भरमार तो ऐसे लोगों की है जो दुनिया में कब आते हैं और कब जाते हैं किसी को ज्ञात नहीं होता ऐसे लोगों का होना न होना बराबर होता है।
बहरहाल एक अच्छी ज़िन्दगी गुज़ारने के लिए बहुत ज़रूरी है कि आप एक अच्छा इंसान बने, ज़िन्दगी में आने वाले उतार-चढ़ाव, दुःख-सुख को ज़िन्दगी का हिस्सा समझें इस बात को अच्छे से ध्यान रखें कि ज़िन्दगी चलते रहने का नाम है ठहर जाना मौत। इसलिए कल को भुला कर आज में जीना सीखें अपनी ज़िन्दगी में अपनो और अपने निकटतम सगे-संबंधियों को प्रेम और सम्मान देने के साथ-साथ ज़रूरत पढ़ने पर उनकी यथा सम्भव सहायता करने के लिए तत्पर रहें, ध्यान रहे ये रिश्ते ही होते हैं जो हमारीज़िन्दगी को भावनात्मक खुशियों से भरते ही नहीं बल्कि हमारी ज़िन्दगी को स्थिर रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इसके साथ ही हर विपरीत परिस्थितियों में अपनी सोच को सकारात्मक रखें क्योंकि 90% हमारी ज़िन्दगी में दुखों का कारण हमारी नकारात्मक सोच होती है, ज़िन्दगी से लेना नहीं ज़िन्दगी को देना सीखें, दूसरों से नहीं खुद से उम्मीदें रखिए वहीं दूसरो की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास भी कीजिए आप का इन बातों का ध्यान रखना आपकी ज़िन्दगी से आपकी शिकायतों को कम ही नहीं करेगा बल्कि आपकी ज़िन्दगी को ज़िन्दगी भी बनाता है बस प्रयास आपको करना है कि आप ज़िन्दगी के आईने में स्वयं को कैसा देखना पसंद करते हैं।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: लेख
7 Likes · 506 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
” सबको गीत सुनाना है “
” सबको गीत सुनाना है “
DrLakshman Jha Parimal
🥀 *✍अज्ञानी की*🥀
🥀 *✍अज्ञानी की*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
पुरुष_विशेष
पुरुष_विशेष
पूर्वार्थ
खोया हुआ वक़्त
खोया हुआ वक़्त
Sidhartha Mishra
वाल्मिकी का अन्याय
वाल्मिकी का अन्याय
Manju Singh
शिक्षक है आदर्श हमारा
शिक्षक है आदर्श हमारा
Harminder Kaur
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
शातिर हवा के ठिकाने बहुत!
Bodhisatva kastooriya
कान्हा मन किससे कहे, अपने ग़म की बात ।
कान्हा मन किससे कहे, अपने ग़म की बात ।
Suryakant Dwivedi
■ होली की ठिठोली...
■ होली की ठिठोली...
*Author प्रणय प्रभात*
तभी भला है भाई
तभी भला है भाई
महेश चन्द्र त्रिपाठी
राह नीर की छोड़
राह नीर की छोड़
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Blood relationships sometimes change
Blood relationships sometimes change
pratibha5khatik
भूत प्रेत का भय भ्रम
भूत प्रेत का भय भ्रम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अर्थ  उपार्जन के लिए,
अर्थ उपार्जन के लिए,
sushil sarna
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
हुनर हर जिंदगी का आपने हमको सिखा दिया।
Phool gufran
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
ड्रीम-टीम व जुआ-सटा
Anil chobisa
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
क्या विरासत में हिस्सा मिलता है
क्या विरासत में हिस्सा मिलता है
Dr fauzia Naseem shad
कविता - 'टमाटर की गाथा
कविता - 'टमाटर की गाथा"
Anand Sharma
🙏गजानन चले आओ🙏
🙏गजानन चले आओ🙏
SPK Sachin Lodhi
रण
रण
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
23/151.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/151.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं नही चाहती किसी के जैसे बनना
मैं नही चाहती किसी के जैसे बनना
ruby kumari
मेरे सपने बेहिसाब है।
मेरे सपने बेहिसाब है।
CA Amit Kumar
ऐसा इजहार करू
ऐसा इजहार करू
Basant Bhagawan Roy
नीम करोरी वारे बाबा की, महिमा बडी अनन्त।
नीम करोरी वारे बाबा की, महिमा बडी अनन्त।
Omprakash Sharma
आसान नहीं होता...
आसान नहीं होता...
Dr. Seema Varma
*जीवन की शाम (चार दोहे)*
*जीवन की शाम (चार दोहे)*
Ravi Prakash
करवाचौथ
करवाचौथ
Satish Srijan
फिर जिंदगी ने दम तोड़ा है
फिर जिंदगी ने दम तोड़ा है
Smriti Singh
Loading...