ज़िंदगी की कड़वाहट से ज़्यादा तल्ख़ी कोई दूसरी नहीं। आदत डाल ली ज़िंदगी की कड़वाहट से ज़्यादा तल्ख़ी कोई दूसरी नहीं। आदत डाल ली जाए, यही बेहतर। 😊प्रणय प्रभात😊