Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2021 · 1 min read

जय हो

जब श्वांसों से तिरंगा लहराए,
जब लहू देश के काम आए,
तब धन्य समझना जीवन को,
जब भारत माँ का सलाम आए|

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 682 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मुझमें भी कुछ अच्छा है
मुझमें भी कुछ अच्छा है
Shweta Soni
Shayari
Shayari
Sahil Ahmad
सुंदरता विचारों में सफर करती है,
सुंदरता विचारों में सफर करती है,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
🙅आदिपुरुष🙅
🙅आदिपुरुष🙅
*Author प्रणय प्रभात*
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
Anil Mishra Prahari
3108.*पूर्णिका*
3108.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाहत
चाहत
Dr Archana Gupta
माँ का आशीर्वाद पकयें
माँ का आशीर्वाद पकयें
Pratibha Pandey
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
रहती कब रजनी सदा, आता निश्चित भोर(कुंडलिया)*
रहती कब रजनी सदा, आता निश्चित भोर(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर उन्हें नमन।
मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर उन्हें नमन।
Paras Nath Jha
#अज्ञानी_की_कलम
#अज्ञानी_की_कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
विश्व वरिष्ठ दिवस
विश्व वरिष्ठ दिवस
Ram Krishan Rastogi
"वेश्या"
Dr. Kishan tandon kranti
कविता: मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
कविता: मेरी अभिलाषा- उपवन बनना चाहता हूं।
Rajesh Kumar Arjun
नहीं, अब ऐसा नहीं हो सकता
नहीं, अब ऐसा नहीं हो सकता
gurudeenverma198
आकाश के सितारों के साथ हैं
आकाश के सितारों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
नयन कुंज में स्वप्न का,
नयन कुंज में स्वप्न का,
sushil sarna
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
प्रदीप कुमार गुप्ता
माँ की छाया
माँ की छाया
Arti Bhadauria
अकेला खुदको पाता हूँ.
अकेला खुदको पाता हूँ.
Naushaba Suriya
बदल गयो सांवरिया
बदल गयो सांवरिया
Khaimsingh Saini
हक़ीक़त पर रो दिया
हक़ीक़त पर रो दिया
Dr fauzia Naseem shad
* मधुमास *
* मधुमास *
surenderpal vaidya
ज़रूरतमंद की मदद
ज़रूरतमंद की मदद
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आप
कृतघ्न व्यक्ति आप के सत्कर्म को अपकर्म में बदलता रहेगा और आप
Sanjay ' शून्य'
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
जो ले जाये उस पार दिल में ऐसी तमन्ना न रख
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
हैं सितारे डरे-डरे फिर से - संदीप ठाकुर
हैं सितारे डरे-डरे फिर से - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
Loading...