जय श्रीकृष्ण
गोदी में ले रहे हैं किशन अंगड़ाइयाँ
सब दे रहे हैं मात यशोदा बधाइयाँ
ये ग्वाल बाल गोपियाँ सब काम छोड़कर
पलना झुला रहे हैं सुना कर के लोरियाँ
बातें ही बातें कर रहे कान्हा की ही सभी
गुलजार हैं खुशी से ये गोकुल की बस्तियाँ
गाने बजाने हो रहे कान्हा के आने पर
है आज नन्दलाल के घर खूब मस्तियाँ
माखन चुराया करते हैं चुपके से चोरी से
चलती हैं साथ कान्हा के ग्वालों की टोलियाँ
करते हैं कान्हा ‘अर्चना’ शैतानियाँ बहुत
हैं रोज रोज की नई इनकी कहानियाँ
24-08-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद