छुपा रखा है असली, चेहरा नक़ाब में
छुपा रखा है असली, चेहरा नक़ाब में
उलझा रखा है सबको, उन्होंने हिजाब में
वेहयाई की हदों को, वे पार कर गए
वो जुवानी तीर से, शिकार कर गए
वो खाते रहें मलाई, लड़ते रहो तुम भाई
सत्ता की है लड़ाई, मुद्दों की है सफाई
सब चलता है मेरे भाई, कुर्सी की चाह में
उलझा रखा उन्होंने, धर्म और लिबास में
घुसपैठ कर रहे हैं,पद की तलाश में