*छुट्टी गर्मी की हुई, वर्षा का आनंद (कुंडलिया / बाल कविता)*
छुट्टी गर्मी की हुई, वर्षा का आनंद (कुंडलिया / बाल कविता)
————————————–
छुट्टी गर्मी की हुई, वर्षा का आनंद
विद्यालय में पड़ गए, ताले अब सब बंद
ताले अब सब बंद, चलो जी मौज मनाओ
उड़ो बादलों संग, भीग बारिश में जाओ
कहते रवि कविराय, काम से कर लो कुट्टी
कभी धूप है छॉंव, मजे का मतलब छुट्टी
———————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451