Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Apr 2023 · 1 min read

“चुम्बन”

“चुम्बन”
किस, चुम्मा, बोसा, बोकि
नाम है अनेक,
उम्मा भी कह लो पप्पी भी
चुम्बन सारे नेक।
कभी सुरसुराहट, कभी थरथराहट
कभी शरमाई आँखों का,
कभी गुदगुदाहट, कभी कँपकँपाहट
गिनती नहीं जज्बातों का।

10 Likes · 4 Comments · 237 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
2797. *पूर्णिका*
2797. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सुख भी बाँटा है
सुख भी बाँटा है
Shweta Soni
बसंती बहार
बसंती बहार
Er. Sanjay Shrivastava
किसी तरह मां ने उसको नज़र से बचा लिया।
किसी तरह मां ने उसको नज़र से बचा लिया।
Phool gufran
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
Rashmi Ranjan
पीठ के नीचे. . . .
पीठ के नीचे. . . .
sushil sarna
कमीना विद्वान।
कमीना विद्वान।
Acharya Rama Nand Mandal
कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।
कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।
पूर्वार्थ
वोट की खातिर पखारें कदम
वोट की खातिर पखारें कदम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मौत के डर से सहमी-सहमी
मौत के डर से सहमी-सहमी
VINOD CHAUHAN
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
बहुत सस्ती दर से कीमत लगाई उसने
बहुत सस्ती दर से कीमत लगाई उसने
कवि दीपक बवेजा
💐प्रेम कौतुक-490💐
💐प्रेम कौतुक-490💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
गणतंत्र का जश्न
गणतंत्र का जश्न
Kanchan Khanna
// अंधविश्वास //
// अंधविश्वास //
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*ऋषि नहीं वैज्ञानिक*
*ऋषि नहीं वैज्ञानिक*
Poonam Matia
రామయ్య రామయ్య
రామయ్య రామయ్య
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
कवि रमेशराज
आया तेरे दर पर बेटा माँ
आया तेरे दर पर बेटा माँ
Basant Bhagawan Roy
इबादत के लिए
इबादत के लिए
Dr fauzia Naseem shad
दुनिया को छोड़िए मुरशद.!
दुनिया को छोड़िए मुरशद.!
शेखर सिंह
" करवा चौथ वाली मेहंदी "
Dr Meenu Poonia
समय पर संकल्प करना...
समय पर संकल्प करना...
Manoj Kushwaha PS
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
💐मैं हूँ तुम्हारी मन्नतों में💐
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
पेड़ पौधे (ताटंक छन्द)
नाथ सोनांचली
"गुल्लक"
Dr. Kishan tandon kranti
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
Mahender Singh
*धरती हिली ईश की माया (बाल कविता)*
*धरती हिली ईश की माया (बाल कविता)*
Ravi Prakash
विपक्ष जो बांटे
विपक्ष जो बांटे
*Author प्रणय प्रभात*
दिन सुखद सुहाने आएंगे...
दिन सुखद सुहाने आएंगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...