चुप्पी और गुस्से का वर्णभेद / MUSAFIR BAITHA
चुप्पी सवर्ण है गुस्सा दलित!
चुप्पी का गुस्से के ऊपर
एक इतिहास है हमलावर होने का !
जीतती रही है सतत चुप्पी
चुप्पी जननी है जबकि गुस्से की!
जननी का जितना
और हारना संतान का
एक द्वंद्वात्मक संबंध सिरजता है
एक अचरज भरी पहेली है यह
कबीर की उलटबांसियों से भी अधिक उलझनकारी
खुसरो की पहेलियों से भी
ज़्यादा अचरजकारी!