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31 Mar 2023 · 1 min read

“चुनावी साल”

“चुनावी साल”
न रंगों का, न पतंगों का
और न उमंगों का।
केवल दंगों, जंगों, लफंगों
और भुजंगों का।।

😢प्रणय प्रभात😢

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