चीते आये
चीते आये
मोदी बाबा चीते लाये।
कूद छलांग सभी को भाये।।
बालक बूढ़े युवक सियाने।
चीता देख देख हर्षाने।।
नाम सुना देखा नहि होई ।
सात दशक से मिला न कोई ।।
नामिविया से आये चीते ।
सबके मन चीतो ने जीते ।।
हुए आनंदित प्रकृति प्रेमी ।
पर्यावरण संरक्षक नेमी।।
खर्च देख चिंता जो करते ।
शासन कहता नहीं समझते ।।
जंगल की रखवाली होगी ।
चिंता ग्रसित मानसिक रोगी ।।
पूरे बहुमत की सरकारें ।
राजधर्म के कार्य विचारें।।
जन्म दिवस पर आये चीते ।
मोदी जी ने काटे फीते।।
बदल दिया इतिहास पुराना ।
शांति कबूतर छोड़ उड़ाना।।
चीते बने शक्ति परिभाषा ।
समझ पड़ोसी भारत खासा ।।
आम नहीं मोदी बलशाली ।
बार कौन जाता है खाली ।।
जन्म दिवस था एक बहाना ।
दुनिया ने भारत पहचाना ।।
बदल गया अब भारत भैया ।
मोदी जैसा नाव खिवैया।।
राजेश कौरव सुमित्र