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2 Aug 2024 · 1 min read

चितौड़ में दरबार डोकरी

चितौड़ में दरबार डोकरी
बैठी भुजा पसार डोकरी
आवै हंस असवार डोकरी
भगतां वाळी लार डोकरी
छैकी लेजै सार डोकरी
वैगी चढ़जै वार डोकरी
सुणनै म्हारी पुकार डोकरी
करजै मत अंवार डोकरी
भुजा थ्हांरै हजार डोकरी
मेंटै सगळो भार डोकरी
अबके लेय उबार डोकरी
भवसागर सू तार डोकरी
अटकूं नी मझधार डोकरी
पल में करजै पार डोकरी
दुसमी अळगां ठार डोकरी
सत री खांचै कार डोकरी
थ्हांरो हैं आधार डोकरी
सुपणां कर साकार डोकरी
दोष अवगुण मार डोकरी
कूड़ कपट नै खार डोकरी
काम क्रोध अहंकार डोकरी
न्हांखै सगळा बार डोकरी
दूर कर अंधार डोकरी
हिवड़ा मांय उजार डोकरी
दया चित में धार डोकरी
जितू करे जै कार डोकरी
ऊभौ थ्हांरै द्वार डोकरी ।।

जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया..✍️

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