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20 Mar 2023 · 1 min read

चिड़िया (कुंडलिया)*

चिड़िया (कुंडलिया)*

फुदकी चिड़िया बोलती ,वाणी मस्त-महीन
ऐसे चीं – चीं कर रही , लगा भजन में लीन
लगा भजन में लीन , जरा – सा चुगती दाना
थोड़ी – सी बस भूख , तृप्त जल्दी हो जाना
कहते रवि कविराय ,बनाती कविता खुद की
मनमौजी अभिराम , उड़ी फिर बैठी फुदकी
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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