*चाय पिलाई (हिंदी गजल/गीतिका)*
चाय पिलाई (हिंदी गजल/गीतिका)
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(1)
धूम – धड़ाका मस्ती छाई
शीत-लहर की छुट्टी आई
(2)
बंद हुए विद्यालय लेकिन
ट्यूशन में अनवरत पढ़ाई
(3)
चलो पहाड़ों पर चलते हैं
वहाँ बर्फ में करें लड़ाई
(4)
जितनी ठंडक हो उतनी ही
अच्छी लगती गरम रजाई
(5)
धन्यवाद श्रीमान आपका
अदरक वाली चाय पिलाई
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रचयिता: रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451