Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2021 · 1 min read

चलऽ देवघर

#शक्ति_छंद

नापनी 122 122 122 12

भजऽ नाम भोले क आठो पहर।
चलऽ हो चलऽ हो, चलऽ देवघर।
सजी काम बिगड़ल बनावत हवें।
सुपथ आज सबके दिखावत हवें।

उमापति, अनघ, रुद्र,शंकर कहऽ।
महादेव जी के शरण में रहऽ।
कि कैलाश पर ऊ रहेलन सदा।
कृपा भक्त पर भी करेलन सदा।

कृपा सिंधु महिमा दिखावऽ तनिक।
सजी आज संकट हटावऽ तनिक।
तुहीं नाथ हउआ बतावऽ तनिक।
गिरल बानि हमके उठावऽ तनिक।

मलाई मिठाई न खालन कबो।
उ मेवा क पजरी न जालन कबो।
सदा भांग गोला प बम-बम करें।
सजी भूत नमवे से’ ठरठर डरें।

(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464

Language: Bhojpuri
Tag: छंद
257 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
।। परिधि में रहे......।।
।। परिधि में रहे......।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*अपने पैरों खड़ी हो गई (बाल कविता)*
*अपने पैरों खड़ी हो गई (बाल कविता)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-323💐
💐प्रेम कौतुक-323💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वट सावित्री अमावस्या
वट सावित्री अमावस्या
नवीन जोशी 'नवल'
*हैं जिनके पास अपने*,
*हैं जिनके पास अपने*,
Rituraj shivem verma
हम वो हिंदुस्तानी है,
हम वो हिंदुस्तानी है,
भवेश
जय भोलेनाथ ।
जय भोलेनाथ ।
Anil Mishra Prahari
अगर आपके पैकेट में पैसा हो तो दोस्ती और रिश्तेदारी ये दोनों
अगर आपके पैकेट में पैसा हो तो दोस्ती और रिश्तेदारी ये दोनों
Dr. Man Mohan Krishna
मेरी  हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
मेरी हर इक शाम उम्मीदों में गुजर जाती है।। की आएंगे किस रोज
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मनोरम तेरा रूप एवं अन्य मुक्तक
मनोरम तेरा रूप एवं अन्य मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
💐
💐
*Author प्रणय प्रभात*
Bus tumme hi khona chahti hu mai
Bus tumme hi khona chahti hu mai
Sakshi Tripathi
अंग अंग में मारे रमाय गयो
अंग अंग में मारे रमाय गयो
Sonu sugandh
वाह भाई वाह
वाह भाई वाह
gurudeenverma198
!! आशा जनि करिहऽ !!
!! आशा जनि करिहऽ !!
Chunnu Lal Gupta
मैं पलट कर नही देखती अगर ऐसा कहूँगी तो झूठ कहूँगी
मैं पलट कर नही देखती अगर ऐसा कहूँगी तो झूठ कहूँगी
ruby kumari
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
नाथ शरण तुम राखिए,तुम ही प्राण आधार
कृष्णकांत गुर्जर
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो
कवि दीपक बवेजा
जीवन के पल दो चार
जीवन के पल दो चार
Bodhisatva kastooriya
अनोखे ही साज़ बजते है.!
अनोखे ही साज़ बजते है.!
शेखर सिंह
"पसंद और प्रेम"
पूर्वार्थ
अर्थपुराण
अर्थपुराण
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जन्म से मरन तक का सफर
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
"जीवन की परिभाषा"
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्तक
मुक्तक
दुष्यन्त 'बाबा'
प्रेम की पेंगें बढ़ाती लड़की / मुसाफ़िर बैठा
प्रेम की पेंगें बढ़ाती लड़की / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
श्री राम के आदर्श
श्री राम के आदर्श
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
ठंडक
ठंडक
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
Rj Anand Prajapati
2772. *पूर्णिका*
2772. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...