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15 Oct 2022 · 1 min read

*चमचागिरी महान (हास्य-कुंडलिया)*

चमचागिरी महान (हास्य-कुंडलिया)
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
मक्खन मलिए मन लगा ,चमचागिरी महान
मक्खन मलना फायदा ,नहीं मला नुक्सान
नहीं मला नुकसान , बड़ा ऊँचा पद पाता
खुलते निधि के द्वार ,स्वर्ण भर-भर कर लाता
कहते रवि कविराय,सुनो मक्खन असली धन
दिन को दूनी रात , चौगुनी करता मक्खन
●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

1 Like · 160 Views
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