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2 Oct 2016 · 1 min read

घाव

नाम लिखते है मिटाते है,
अपने ही नाम से अपना दिल बहलाते है,
उसका नाम समाया है मेरे नाम में,
इसी बहाने खुद को उसकी याद दिलाते है।
*** ***
जो घाव लगता है ‘दवे’ दिल पर, पूरा लगता है,
अब तो ख़ुद का नाम भी अधूरा लगता है

*** ***
हमें देख कर वो नज़र झुका कर गुजर जाती है,
ख़ुदा जाने मुझसे नफरत है या मुझसे शर्माती है।

Language: Hindi
Tag: शेर
412 Views
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