घर से निकले मगर दहलीज पार ना हुई
घर से निकले मगर दहलीज पार ना हुई
कई बार गिरे हम,लेकिन कभी हार न हुई|
जंग -ए- मैदान में खड़े हैं, हम इस कदर
अभी बाकी है , जिन्दगी पार नहीं हुई !!
घर से निकले मगर दहलीज पार ना हुई
कई बार गिरे हम,लेकिन कभी हार न हुई|
जंग -ए- मैदान में खड़े हैं, हम इस कदर
अभी बाकी है , जिन्दगी पार नहीं हुई !!