ग्रीष्मऋतु
बागों की बहार गई , फूलों की विसात गई,
कृषको की साख गई , जीव जंतु त्रस्त है !
नदी ताल सूख गए , कुएँ सारे रीत गए,
पंछी भी बेहाल हुए, ग्रीष्म ऋतु तप्त है !
थलचर पस्त हुए, गलकंठ लस्त हुए,
जलजीव अस्त हुए , लपट लू ग्रस्त है !
बादलों की बाट लगी, घटाओं की आश जगी,
ऋतु सारी बीत चली , वायु वेग सुस्त है !