Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Apr 2022 · 2 min read

*ग्राहक और दुकानदार (लॉकडाउन कहानी)*

ग्राहक और दुकानदार (कहानी)
☘️🟨☘️🟨☘️🟨☘️🟨☘️🟨
रमेश की दुकान पर तीन ग्राहक आए ,बैठे। एक ने आर्डर दिया ” पाँच ग्राम की सोने की गले में पहनने की कंठी खरीदनी है ।”
यह पुरुष था ,जिसने कहा था । दो स्त्रियाँ चुपचाप बैठी रहीं। तीनों के चेहरे पर मास्क लगा हुआ था । लेकिन क्या उसे “लगा हुआ” कहा जा सकता था ?
रमेश ने दृढ़ता पूर्वक कहा ” अगर सामान खरीदना है तो मास्क नाक पर ढक कर लगाइए ।ठोढ़ी पर लटका हुआ मास्क काम नहीं करेगा ।”
दोनों स्त्रियाँ कहने लगीं ” कोई कोरोना – वोरोना नहीं है । बस हम तो मास्क लटकाकर इसलिए आए हैं ताकि चालान से बच जाएं ।”
” फिर क्षमा कीजिए । मुझे आपको कुछ नहीं बेचना है । या तो पूरा मास्क लगाइए वरना जय राम जी की ।” रमेश ने हाथ जोड़ दिये । पुरुष बड़बड़ाने लगा -“इतने नखरे दुकानदार होकर तो कोई भी नहीं करता ! ”
फिर चारों तरफ हाथ घुमाते हुए रमेश से कहने लगा ” देखो सब जगह दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगी हुई है । किसी ने मुंह पर मास्क लगाया हुआ हो तो बताओ ? ”
रमेश में कहा ” इसीलिए एक चौथाई दुकानें बाजार में बंद चल रही हैं । या तो वे स्वयं कोरोना ग्रस्त हो चुके हैं या उनके परिजन कोरोना से पीड़ित हैं । भगवान आपकी रक्षा करें । ”
गुस्से में भुनभुनाते हुए तीनों ग्राहक चले गए । रमेश को बड़ा चैन महसूस हुआ। दुकान पर मौजूद नौकर ने चेहरे को मास्क से और भी कसकर ढकते हुए पूछा ” बाबूजी ! आपने बेकार ही अपना नुकसान कर दिया ?”
रमेश ने मुस्कुराते हुए कहा ” मैंने बहुत बड़ी कमाई इस समय की है।”
■■■■■■■■■■■■■■■■■■
लेखक : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
104 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
मेरी मुस्कान भी, अब नागवार है लगे उनको,
मेरी मुस्कान भी, अब नागवार है लगे उनको,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"बेज़ारी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सूने सूने से लगते हैं
सूने सूने से लगते हैं
Er. Sanjay Shrivastava
सफलता के बीज बोने का सर्वोत्तम समय
सफलता के बीज बोने का सर्वोत्तम समय
Paras Nath Jha
"अहमियत"
Dr. Kishan tandon kranti
2697.*पूर्णिका*
2697.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शिक्षा एवं धर्म
शिक्षा एवं धर्म
Abhineet Mittal
इस दौर में सुनना ही गुनाह है सरकार।
इस दौर में सुनना ही गुनाह है सरकार।
Dr. ADITYA BHARTI
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
बच्चा सिर्फ बच्चा होता है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मेरी प्यारी हिंदी
मेरी प्यारी हिंदी
रेखा कापसे
■ निष्कर्ष.....
■ निष्कर्ष.....
*Author प्रणय प्रभात*
वाल्मिकी का अन्याय
वाल्मिकी का अन्याय
Manju Singh
नेता बनि के आवे मच्छर
नेता बनि के आवे मच्छर
आकाश महेशपुरी
*टैगोर काव्य गोष्ठी/ संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ* आज दिनांक 1
*टैगोर काव्य गोष्ठी/ संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ* आज दिनांक 1
Ravi Prakash
तुम्हीं पे जमी थीं, ये क़ातिल निगाहें
तुम्हीं पे जमी थीं, ये क़ातिल निगाहें
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Under this naked sky, I wish to hold you in my arms tight.
Under this naked sky, I wish to hold you in my arms tight.
Manisha Manjari
सम्बन्धों  में   हार  का, अपना  ही   आनंद
सम्बन्धों में हार का, अपना ही आनंद
Dr Archana Gupta
जब आओगे तुम मिलने
जब आओगे तुम मिलने
Shweta Soni
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
मंजिल
मंजिल
Kanchan Khanna
उल्लास
उल्लास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
रूप कुदरत का
रूप कुदरत का
surenderpal vaidya
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Satya Prakash Sharma
ज़िंदगी ऐसी
ज़िंदगी ऐसी
Dr fauzia Naseem shad
फूलों से हँसना सीखें🌹
फूलों से हँसना सीखें🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
💐प्रेम कौतुक-416💐
💐प्रेम कौतुक-416💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
नाजुक देह में ज्वाला पनपे
नाजुक देह में ज्वाला पनपे
कवि दीपक बवेजा
*A date with my crush*
*A date with my crush*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
R J Meditation Centre
R J Meditation Centre
Ravikesh Jha
Loading...