गोसाईं जी के मुसवा
याद बा भैया? जब आइल रहे मुँह -नोचवा।
बोरा में लइकन के उठा ले जा धकरकोसवा।
बाद में पता चलल कि ई सब अफवाह हे,
असली में खइले पिसान गोसाईं जी के मुसवा।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
याद बा भैया? जब आइल रहे मुँह -नोचवा।
बोरा में लइकन के उठा ले जा धकरकोसवा।
बाद में पता चलल कि ई सब अफवाह हे,
असली में खइले पिसान गोसाईं जी के मुसवा।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी