गुलाबी परतों में
गुलाबी परतों में
लिपटी
एक गुलाबी गुलाब के फूल की
महक
कह रही हो खुद से जैसे
आज मुझे अपनी मदहोशी में
डूबना है
दर्पण को तोड़ना है उसे
एक अजनबी समझकर
खुद से बिछड़ा करार करके।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001