गुरबत
फिर एक बार शरत
आया है अपने साथ
लेकर नवरात्रि का पर्व ,
चारो ओर चहल-पहल
खुशी की है माहौल,
रंग बिरंगे कपड़े पहनकर
निकलेंगे सब सजधजकर,
मगर फिर भी कुछेक
घरों में अन्धेरा रहेगा,
पेट की आग उनको
कुछ सोचने न देगा,
फर्क नहीं पड़ता उनको
नवरात्रि हो या दिवाली,
उनको तो झेलनी पड़ती है
तमाम दर्द गुरबत की ।