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3 Oct 2024 · 1 min read

गुज़ारिश

😂एक अबोध बालक 🩷
वक्त बदला हम न बदले तो मुसीबत होगी ।

तेरी मेरी चाहत की कहानी के फसाने में फजीअत होगी।

यूं तो इन्सान किया करता है बातें कायनात से तोड़ लाने को तारे ।

आज तक मिला हो शख्स ऐसा कोई किसी को कृपया हमें भी मिला दे , मेहरबानी होगी।

🛐

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