गांधी
भारत की इस भूमि पर ,जन्मा एक फकीर ।
सत्य अहिंसा पर जिया , जब तक रहा शरीर ।
जब तक रहा शरीर , किया भारत की सेवा ।
गाता था वो भजन , दो सबको सुमति देवा ।
कहत सायक प्यारे , जिंदगानी पे लानत ।
करे अवज्ञा जिसने ,बनाया महान भारत ।
जय श्री सैनी ‘सायक’