गांधी लाल बहादुर शास्त्री हमरा देश के दुगो शनवा।
गांधी जी हां बाटे हमरा।
देशवा के जनवा – आय हाय
देशवा के जनवा।
हे चाचा चाची हो।
हे काका काकी हो।
जनी भुलहिया देशवां के वीरनवा।
पूरा जे हां कईले बाटे ।
आजादी के सपनवा।
आपन देई देले जनवा।
हे भाभी, भाई हो।
हे बाहिनी, माई हो।
जनी भुलहिया देशवां के वीरनवा।
सत्य अहिंसा बाटे जेकर हथियार हो।
घूमी घूमी बटले जे देशवा में प्यार हो।
नंगे पांव चल ले जे।
देख ले न छांह घमवा।
घूमे ला जे पेंही आधा बदनवा।
हे काका काकी हो।
हे चाचा चाची हो।
जनी भुलहिया देशवां के वीरनवा।
बाटे आज दो अक्टूबर।
बड़ा अच्छा दिनवा।
लिहले जन्म देशवा में।
दुई गो ललनवा।
लाल बहादुर शास्त्री भारत रतनवा हो।
बाटे जे हो दुनो हमरे देशवा के शानवा ।
एगो कहले करो या मरो।
एगो जय जवान जय किसनवा ।
हे भाभी भाई हो।
ही ताऊ ताई हो।
हे बहिनी माई हो।
जनी भुलहिया देशवां के वीरनवा।
आरजे आनन्द बाटे देशभक्ति में मगन।
हमार घर परिवार बाटे हमार ई वतन।
बाटे सब ला बढ़ के हमरा ई हरियाली, खेत खलिहनवा।
हे चाचा चाची हो।
हे काका काकी हो।
जनी भुलहिया देशवां के वीरनवा।
देश के आजादी में के कई ले हजारों आंदोलनवा।
जनी भुलहिया देशवां के वीरनवा।
RJ Anand Prajapati