गाँधी के उपदेश को, कब समझेंगे लोग ।
गाँधी के उपदेश को, कब समझेंगे लोग ।
मिटे अहिंसा से सदा, हिंसा रूपी रोग ।।
गाँधी तेरे देश का, अजब हुआ है हाल ।
सत्ता के भूखे यहाँ, नयी चलें नित चाल ।।
गाँधी के सिद्धांत का, जग करता है मान ।
मन्त्र अहिंसा का बना, भारत की पहचान ।।
मन्त्र अहिंसा का दिया, बापू बड़ा महान ।
नतमस्तक इस मंत्र का, सारा हुआ जहान ।।
गाँधी तेरे देश के ,लोग सभी बेहाल ।
रखवाले ही देश का, अब लूटते माल ।।
सुशील सरना / 2-10-24