Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
shabina. Naaz
47 Followers
Follow
Report this post
19 Aug 2024 · 1 min read
ग़म
ग़म तो हर कोई लिखता है
हम खुशी लिखते है
चाहे आँखों में हो उदासी
होठों पे हंसी रखते है ….ShabinaZ
Like
Share
1 Like
· 65 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from shabina. Naaz
View all
इन्तेहा हो गयी
Shabina Naaz
गुल बहार के
Shabina Naaz
ख़्वाबों से हकीकत का सफर
Shabina Naaz
You may also like:
मैं अकेला नही हूँ ।
Ashwini sharma
वीरांगना लक्ष्मीबाई
Anamika Tiwari 'annpurna '
स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे
Ravi Prakash
मौत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्यासा के कुंडलियां (pyasa ke kundalian) pyasa
Vijay kumar Pandey
*चल रे साथी यू॰पी की सैर कर आयें*🍂
Dr. Vaishali Verma
जो दिख रहा है सामने ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
9. पोंथी का मद
Rajeev Dutta
24/233. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#आधार छंद : रजनी छंद
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
सफलता कड़ी मेहनत और दृढ़ता की शक्ति में विश्वास करती है। अक्
पूर्वार्थ
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
Rj Anand Prajapati
प्रियवर
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
चील .....
sushil sarna
लोग समझते थे यही
VINOD CHAUHAN
"तकरार"
Dr. Kishan tandon kranti
हाथों में हैं चूड़ियाँ,
Aruna Dogra Sharma
उम्मीद का दामन।
Taj Mohammad
*जीवन को सुधारने के लिए भागवत पुराण में कहा गया है कि जीते ज
Shashi kala vyas
किससे यहाँ हम दिल यह लगाये
gurudeenverma198
यजीद के साथ दुनिया थी
shabina. Naaz
ଜାମ୍ୱାଇ
Otteri Selvakumar
..
*प्रणय*
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
Neeraj Agarwal
इंसानियत के लिए
Dr. Rajeev Jain
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जब किसी कार्य के लिए कदम आगे बढ़ाने से पूर्व ही आप अपने पक्ष
Paras Nath Jha
जिसे छूने से ज्यादा... देखने में सुकून मिले
Ranjeet kumar patre
Who Said It Was Simple?
R. H. SRIDEVI
तेरे सिंदूर की शहादत का, दर्द नहीं मिट रहे हैं…
Anand Kumar
Loading...